Abhishek Sharma cricket journey: भारत के युवा क्रिकेटर अभिषेक शर्मा आज हर क्रिकेट फैन की जुबान पर हैं। उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने न केवल विरोधी टीमों को हैरान किया है, बल्कि उन्हें टीम इंडिया का सबसे खतरनाक ओपनर भी बना दिया है। यह लेख अभिषेक शर्मा के संघर्ष, उनकी क्रिकेट यात्रा और उस कहानी को बताता है, जब वो एक गेंदबाज थे, लेकिन युवराज सिंह ने उन्हें एक बल्लेबाज बना दिया।
स्पिनर से स्टार बल्लेबाज बनने तक का सफर
अभिषेक शर्मा का क्रिकेट सफर एक लेफ्ट आर्म स्पिनर के रूप में शुरू हुआ था। उनके पिता राजकुमार खुद क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन जिम्मेदारियों के कारण उन्होंने अपना सपना बेटे में पूरा किया। तीन साल की उम्र से ही अभिषेक ने क्रिकेट पकड़ ली थी। शुरुआती दिनों में वो गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान देते थे और स्कूल व लोकल टूर्नामेंट्स में बतौर गेंदबाज ही खेलते थे।
2010 में, जब वो सिर्फ 10 साल के थे, तब अंडर-14 ट्रायल्स में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं उनकी मुलाकात हुई शुभमन गिल से, जो आगे चलकर उनके सबसे करीबी दोस्त बने। अंडर-16 टीम में कप्तान बनकर अभिषेक ने न केवल मैच जीते बल्कि BCCI से सम्मान भी प्राप्त किया।

युवराज सिंह ने पहचाना बल्लेबाज के अंदर का टैलेंट
रंजी ट्रॉफी डेब्यू के दौरान अभिषेक शर्मा की मुलाकात हुई युवराज सिंह से। यह मुलाकात उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित हुई।
युवराज सिंह ने अभिषेक की बल्लेबाजी देखी और कहा कि यह लड़का सिर्फ गेंदबाज नहीं, बल्कि भारत का भविष्य का स्टार बल्लेबाज है। युवराज ने उनके अंदर की आक्रमकता और आत्मविश्वास को निखारा, उन्हें बैलेंस्ड गेम खेलने की ट्रेनिंग दी।
युवराज से प्रेरित होकर अभिषेक ने अपनी बल्लेबाजी पर काम किया और जल्द ही उन्होंने तेज रफ्तार रन बनाना शुरू कर दिया।
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अंडर-19 से IPL तक का शानदार सफर
अभिषेक शर्मा ने अंडर-19 में कप्तान के रूप में तीन सेंचुरी जड़ीं और एशिया कप जीत में टीम की अगुवाई की। इसके बाद साल 2018 में IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें ₹55 लाख में खरीदा।
अपने डेब्यू मैच में उन्होंने सिर्फ 19 गेंदों में 46 रन बनाकर सबको चौंका दिया। हालांकि अगले मैच में वो महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ सिर्फ दो रन बना सके, लेकिन उनकी बल्लेबाजी का जलवा यहीं से शुरू हो गया।

कोविड के बाद लौटे तूफानी अंदाज़ में
कोविड महामारी के बाद अभिषेक शर्मा ने अपने गेम को नया रूप दिया। 2024 में उन्होंने छक्कों की बरसात कर दी और पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
ICC रैंकिंग में 97 की रेटिंग के साथ उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया और भारत को कई मुकाबलों में जीत दिलाई।
अभिषेक शर्मा के T20 इंटरनेशनल आँकड़े
अभी तक खेले गए 22 टी20 इंटरनेशनल मैचों में अभिषेक शर्मा ने 783 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सबसे बड़ा स्कोर 135 रन रहा है।
उनका स्ट्राइक रेट 197.72 है और उन्होंने 69 चौके और 58 छक्के लगाए हैं।
युवराज सिंह बने प्रेरणा का स्रोत
अभिषेक शर्मा बचपन से युवराज सिंह के जबरदस्त फैन रहे हैं। उन्होंने उन्हीं की तरह बड़े-बड़े शॉट्स खेलने का आत्मविश्वास सीखा।
अभिषेक ने कहा था कि युवराज भाई ने उन्हें सिर्फ बल्लेबाजी नहीं सिखाई, बल्कि क्रिकेट को जीना सिखाया।
Yuvraj Singh’s love for cricket isn’t just about the runs he scored or the trophies he lifted, it shows in the way he’s shaping the next generation, after helping Shubman Gill and Abhishek Sharma in their journeys, he’s now guiding Priyanshu Arya with the same mix of discipline,… pic.twitter.com/E0EW90to9u
— Prayag (@theprayagtiwari) September 24, 2025
शुभमन गिल के बल्ले से आया पहला शतक
अभिषेक शर्मा के जीवन का सबसे भावनात्मक पल तब आया जब उन्होंने अपना पहला शतक लगाया और वो भी अपने सबसे करीबी दोस्त शुभमन गिल के बल्ले से।
यह पल उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ और उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
FAQs
प्रश्न 1. क्या अभिषेक शर्मा पहले गेंदबाज थे?
हाँ, अभिषेक शर्मा ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत लेफ्ट आर्म स्पिनर के रूप में की थी।
प्रश्न 2. अभिषेक शर्मा को बल्लेबाजी की प्रेरणा किससे मिली?
उन्हें युवराज सिंह ने बल्लेबाजी की ओर प्रेरित किया और ट्रेनिंग दी।
प्रश्न 3. अभिषेक शर्मा का पहला शतक किस बल्ले से आया था?
उनका पहला शतक शुभमन गिल के बल्ले से आया था।
प्रश्न 4. अभिषेक शर्मा ने IPL में कब डेब्यू किया था?
उन्होंने 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से IPL डेब्यू किया था।
प्रश्न 5. अभिषेक शर्मा का स्ट्राइक रेट क्या है?
उनका टी20 इंटरनेशनल स्ट्राइक रेट 197.72 है।