Asia Cup 2025 Trophy Controversy: भारत ने एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब तो जीत लिया, लेकिन ट्रॉफी नहीं मिली। कारण था एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नक़वी का अहंकार। इस लेख में हम बताएंगे कि कैसे नक़वी के “My trophy, my wish” रवैये ने फाइनल की चमक को फीका कर दिया और क्यों टीम इंडिया को बिना ट्रॉफी के जीत का जश्न मनाना पड़ा।
भारत की शानदार जीत पर छाया विवाद का साया
रविवार की रात भारतीय टीम के लिए इतिहास लिखने का मौका था। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने टूर्नामेंट में अपराजित रहते हुए सातों मैच जीते। फाइनल में रिंकू सिंह और तिलक वर्मा की शानदार बल्लेबाज़ी ने भारत को जीत दिलाई। लेकिन जैसे ही मैच खत्म हुआ, ट्रॉफी समारोह की तैयारियां रुक गईं। मैदान पर अफरातफरी का माहौल था और कोई नहीं समझ पा रहा था कि ट्रॉफी क्यों नहीं दी जा रही।

मोहसिन नक़वी का अहंकारी रवैया
फाइनल खत्म होने के बाद ACC अध्यक्ष मोहसिन नक़वी मैदान में पहुंचे। बताया जाता है कि भारत ने पहले ही साफ़ कर दिया था कि वह पाकिस्तान के मंत्री नक़वी से ट्रॉफी नहीं लेगा। नक़वी ने इसे अपनी “प्रतिष्ठा” का सवाल बना लिया। उन्होंने कहा कि अगर वह ट्रॉफी नहीं देंगे, तो कोई और भी नहीं देगा। यही वजह रही कि ट्रॉफी को मंच पर लाया गया, लेकिन कुछ ही मिनटों में उसे वापस हटा लिया गया। यहां तक कि “Champions” बैनर तक हटा दिया गया ताकि टीम इंडिया फोटो न खिंचवा सके।
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बिना ट्रॉफी के मनाया गया जश्न, लेकिन सिर ऊँचा रहा भारत का
रात 12 बजे रिंकू सिंह के विजयी चौके के साथ भारत ने मुकाबला जीता। मैदान पर जश्न शुरू हुआ, लेकिन ट्रॉफी के अभाव में जश्न अधूरा रह गया। फिर भी सूर्यकुमार यादव ने भावनात्मक शब्दों में कहा “मेरी ट्रॉफी मेरे खिलाड़ी हैं — अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा और पूरी टीम।” यह बयान भारत की विनम्रता और आत्मसम्मान का प्रतीक बन गया।
पाकिस्तानी कप्तान की बदतमीज़ी
जब पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा को रनर-अप चेक मिला, तो उन्होंने उसे तिरस्कारपूर्वक फेंक दिया। वहीं भारत के खिलाड़ी तिलक वर्मा, अभिषेक शर्मा और कुलदीप यादव अपने व्यक्तिगत पुरस्कार लेने मंच पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने नक़वी की ओर देखा तक नहीं। नक़वी ने भी किसी खिलाड़ी के लिए तालियां नहीं बजाईं, जो पूरे क्रिकेट जगत के लिए शर्मनाक दृश्य था।
एशिया कप का अंत हुआ ‘क्रिकेट से ज़्यादा राजनीति’ के नाम पर
पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव दिखा। भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, जो एक स्पष्ट संदेश था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का रुख सख्त था। इसके बावजूद भारतीय खिलाड़ियों ने मैदान पर अपनी परिपक्वता दिखाई और बिना उकसावे के अपनी खेल भावना कायम रखी। परंतु, नक़वी की जिद ने एशिया कप के अंत को राजनीतिक रंग दे दिया।
Big Breaking 🚨🚨
— Globally Pop (@GloballyPop) September 28, 2025
Team India refuses to accept the Asia Cup 2025 Trophy 🏆 from Pakistan interior minister and ACC Chairman Mohsin Naqvi.
Someone just picked up the trophy and walked off the ground.
Another Embarrassing Moment for 🇵🇰
Video 📷#INDvsPAK #AsiaCupFinal #Tilak pic.twitter.com/h4CrRZgcUF
भारत ने साबित किया
हालांकि भारत को ट्रॉफी नहीं मिली, लेकिन असली जीत भारतीय क्रिकेट की रही। यह जीत दर्शाती है कि सम्मान किसी धातु की ट्रॉफी से बड़ा होता है। सूर्यकुमार यादव और उनकी टीम ने बिना ट्रॉफी के भी वो किया जो कोई नहीं कर सका — भारत को गौरवान्वित किया और करोड़ों दिल जीते।
FAQs
प्रश्न 1: भारत को एशिया कप की ट्रॉफी क्यों नहीं मिली?
उत्तर: भारत ने मोहसिन नक़वी से ट्रॉफी लेने से इनकार किया, और नक़वी ने किसी और को ट्रॉफी देने नहीं दिया।
प्रश्न 2: मोहसिन नक़वी कौन हैं?
उत्तर: मोहसिन नक़वी पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री, PCB चेयरमैन और ACC के अध्यक्ष हैं।
प्रश्न 3: क्या भारत ने फिर भी जश्न मनाया?
उत्तर: हां, टीम इंडिया ने बिना ट्रॉफी के भी मैदान पर जीत का जश्न पूरे गर्व के साथ मनाया।
प्रश्न 4: नक़वी के इस रवैये पर ICC ने क्या कदम उठाया?
उत्तर: अभी तक ICC या ACC की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
प्रश्न 5: क्या भारत ने टूर्नामेंट में एक भी मैच हारा था?
उत्तर: नहीं, भारत ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा और अपराजित रहते हुए खिताब जीता।
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