Balvinder Sandhu Suggestion BCCI: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ियों की फिटनेस और लंबे करियर को लेकर वर्ल्ड कप विजेता बलविंदर सिंह संधू ने बीसीसीआई को एक चौंकाने वाला सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को चोटों से बचाने के लिए घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में स्पेशलिस्ट फील्डर का प्रयोग होना चाहिए। इस लेख में हम जानेंगे कि संधू ने क्यों यह सुझाव दिया, इसका भारतीय क्रिकेट पर क्या असर हो सकता है और फैंस इसे कैसे देख रहे हैं।
संधू का तर्क – सितारे हैं क्रिकेट का आकर्षण
संधू ने अपने कॉलम में लिखा कि दर्शक मैदान में विराट कोहली की डाइविंग देखने नहीं आते, बल्कि उनके कवर ड्राइव और बल्लेबाजी का आनंद लेने आते हैं। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को अपने सितारों को बेवजह थकाने से बचाना चाहिए। लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने से खिलाड़ियों की रिकवरी और फिटनेस पर भारी दबाव पड़ता है।

आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में बदलाव की मांग
संधू ने साफ कहा कि आईपीएल घरेलू क्रिकेट ही है, और वहां पर बड़े खिलाड़ियों को चोटों से बचाने के लिए स्पेशलिस्ट फील्डर उतारे जा सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि टी20 मुकाबलों में 6-7 स्पेशलिस्ट फील्डरों को रखा जाए, जबकि बड़े खिलाड़ी सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी पर ध्यान दें। इससे युवा खिलाड़ियों को सीखने का मौका मिलेगा और सीनियर खिलाड़ियों का करियर लंबा होगा।
फील्डिंग का रोमांस और हकीकत
संधू ने कहा कि हम अक्सर फील्डिंग को रोमांटिक बना देते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि शानदार कैच या डाइविंग फिल्डिंग खिलाड़ियों को चोट की ओर ले जाती है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को समझना चाहिए कि सितारे ही क्रिकेट का असली आकर्षण हैं और उनकी फिटनेस ही भारतीय टीम की सफलता की कुंजी है।
जसप्रीत बुमराह का मामला और वर्कलोड मैनेजमेंट
संधू ने याद दिलाया कि इंग्लैंड दौरे पर जसप्रीत बुमराह को एक टेस्ट मैच से बाहर रहने पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को खिलाड़ियों को अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए और उन्हें “रेस के घोड़ों” की तरह थकाना नहीं चाहिए।
भारतीय क्रिकेट पर संभावित असर
अगर बीसीसीआई इस सुझाव को अपनाता है, तो इससे भारतीय क्रिकेट को फायदा हो सकता है। इससे सीनियर खिलाड़ी चोटों से बचेंगे और लंबे समय तक खेल पाएंगे। वहीं युवा खिलाड़ियों को घरेलू और आईपीएल स्तर पर फील्डिंग में अनुभव मिलेगा, जो भविष्य में टीम इंडिया के लिए संपत्ति साबित हो सकते हैं।
Balvinder Singh Sandhu born on 3 August 1956,Mumbai –
— Jai Agrasen (@WealthBanao) August 9, 2025
a true game changer and a legend of Indian cricket.A man who gave the 1️⃣st breakthrough in the 1983 World Cup Final. 🏆🇧🇴#SaturdayStories #HumansOfMumbai#mumbaimetro pic.twitter.com/jNZj36ylm5
FAQs
Q1: बलविंदर संधू ने बीसीसीआई को क्या सुझाव दिया है?
उन्होंने सुझाव दिया है कि घरेलू और आईपीएल मैचों में सीनियर खिलाड़ियों की जगह स्पेशलिस्ट फील्डर खेले।
Q2: संधू का यह सुझाव क्यों महत्वपूर्ण है?
क्योंकि इससे विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे बड़े खिलाड़ी चोटों से बच पाएंगे।
Q3: क्या यह नियम सिर्फ टी20 क्रिकेट के लिए होगा?
संधू का मानना है कि खासतौर पर टी20 क्रिकेट में यह लागू होना चाहिए।
Q4: बुमराह के उदाहरण से संधू ने क्या संकेत दिया?
उन्होंने बताया कि वर्कलोड मैनेजमेंट सही तरीके से न होने पर खिलाड़ियों को आलोचना झेलनी पड़ती है।