इंग्लैंड के कप्तान Ben Stokes इस समय ICC के एक नियम को लेकर बेहद नाराज हैं। चौथे टेस्ट मैच से पहले उन्होंने खुलकर अपनी भड़ास निकाली और स्लो ओवर रेट के नियम को बदलने की मांग कर डाली। दरअसल, इंग्लैंड ने हाल ही में दो टेस्ट मैच जीते, जिससे उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में बढ़त मिली। लेकिन कुछ ही दिनों बाद ICC ने स्लो ओवर रेट के चलते उनके दो अंक काट लिए, जिससे इंग्लैंड सीधे नंबर दो से खिसककर तीसरे स्थान पर पहुंच गया।
Ben Stokes बोले
स्टोक्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस नियम की तीखी आलोचना की और कहा कि यह तरीका गलत है। उन्होंने कहा कि हर देश में एक जैसे नियम नहीं चल सकते। अगर आप ऑस्ट्रेलिया में खेल रहे हैं तो अलग परिस्थिति है, भारत या एशिया में खेल रहे हैं तो वहां की परिस्थिति बिलकुल अलग होती है। वहां 70 प्रतिशत ओवर स्पिनर्स डालते हैं, जबकि इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में 70 से 80 प्रतिशत ओवर तेज गेंदबाज डालते हैं। ऐसे में स्पिनर्स को ओवर डालने में 1–2 मिनट लगते हैं जबकि पेसर्स को 4–5 मिनट लगते हैं। यह तो सामान्य बात है कि स्लो ओवर रेट के नियमों को परिस्थिति के अनुसार बदलना चाहिए।

ओवर रेट घटने के पीछे की बड़ी वजह
Ben Stokes ने आगे कहा कि आजकल गेंदबाजों को रन बहुत तेजी से पड़ रहे हैं, गेंद बार-बार बाउंड्री के बाहर जा रही है, जिससे काफी समय बर्बाद हो रहा है। वहीं, हमारे स्पिनर शोएब बशीर चोटिल हो गए थे, जिसकी वजह से हमें तेज गेंदबाजों से ही ओवर करवाने पड़े और इससे ओवर रेट प्रभावित हुआ।
🧠 Stokes slams one‑size ICC over‑rate rule
— SportsVerse (@Sportsverse7) July 22, 2025
England’s Ben Stokes urges ICC to rethink over‑rate penalties—arguing seam-heavy attacks in places like England deserve a different benchmark than spinner-friendly contours abroad. Bold call ahead of Test‑day strategy. 🇬🇧 #INDvsENG pic.twitter.com/JVnKkjLBCc
WTC Points Table में इंग्लैंड को लगा झटका
दो अंकों की कटौती के बाद इंग्लैंड अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टेबल में 22 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आ गया है। उनका पॉइंट प्रतिशत 61.11 है। इस समय ऑस्ट्रेलिया पहले नंबर पर और श्रीलंका दूसरे नंबर पर है। भारत चौथे और बांग्लादेश पांचवें स्थान पर है।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि ICC इस पर कोई बदलाव करता है या नहीं। क्या बें स्टोक्स की इस आलोचना के बाद नियमों में बदलाव की उम्मीद की जा सकती है? आपको क्या लगता है? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर दें।