Ravichandran Ashwin : इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेला जा रहा 5वां टेस्ट मैच जैसे-जैसे अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहा है, वैसे-वैसे रोमांच भी चरम पर है। इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 35 रन चाहिए और भारत को चाहिए चार विकेट। मैच के इस मोड़ पर क्रिकेट प्रेमियों की धड़कनें तेज हो गई हैं। लेकिन इसी बीच भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक ऐसा विश्लेषण किया है, जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है।
Ravichandran Ashwin ने अपने यूट्यूब चैनल ‘अश की बात’ पर इस टेस्ट सीरीज़ को लेकर दिल खोलकर बात की। उन्होंने कहा कि हर मैच में अनुभव की कमी के कारण टीमों ने बुनियादी गलतियां की हैं और आज इंग्लैंड जिस स्थिति में है, वहां उसे होना ही नहीं चाहिए था। अश्विन ने इंग्लैंड को भी आड़े हाथों लिया लेकिन भारत की एक बड़ी कमजोरी की ओर भी ध्यान खींचा।
Ravichandran Ashwin : दबाव बनाना भूल गई है भारतीय गेंदबाजी
अश्विन का साफ कहना है कि भारत इस टेस्ट में जिस स्थिति में पहुंचा है, उसका बड़ा कारण “प्रेशर-बिल्डिंग बॉलिंग” की कमी है। उनके अनुसार, आज के टी20 दौर में जहां हर कोई विकेट लेने के लिए भाग रहा है, वहीं असली कला है दबाव बनाकर विकेट लेना। अश्विन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को छोड़ दें तो बाकी सभी टीमें इस विभाग में संघर्ष कर रही हैं और भारत भी इस कमी का शिकार हो रहा है।

गेंदबाजों का सही इस्तेमाल नहीं हुआ
अश्विन ने खासतौर पर मैच के उस मोड़ को उठाया जब हैरी ब्रूक आक्रामक अंदाज़ में खेलने लगे थे। दोस्तो, अश्विन का मानना है कि जब ब्रूक ने 20 रन बनाए थे, तभी स्पिनर को अटैक पर लाना चाहिए था ताकि रन फ्लो को रोका जा सके। उस समय वॉशिंगटन सुंदर को लाकर रन रेट को नियंत्रित किया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यहीं से मैच भारत के हाथ से फिसलता गया।
शुबमन गिल को मिलेगा वक्त
दोस्तो अश्विन ने शुबमन गिल की कप्तानी पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि गिल के पास प्रतिभा है, और वह समय के साथ बेहतर कप्तान बनेंगे। लेकिन इस सीरीज में कई बार ऐसा लगा कि स्पिनरों का सही समय पर इस्तेमाल नहीं किया गया। एक बल्लेबाज कप्तान होने के नाते अगर उसे लगता है कि वो स्पिन अच्छे से खेल सकता है, तो वह विरोधी बल्लेबाज पर भी वही सोच लागू कर देता है। यही सोच कप्तानी में एक बड़ी चूक बन जाती है।
ड्रेसिंग रूम से संदेश आ रहे हैं या नहीं
अश्विन ने एक और अहम मुद्दा उठाया कि आज के समय में जब टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ चुकी है, तब भी अगर मैदान में गलत फैसले हो रहे हैं तो सवाल उठते हैं कि क्या ड्रेसिंग रूम से कोई स्पष्ट संदेश जा रहा है या नहीं। दोस्तो, उनका कहना है कि ऐसी गलतियां आज के आधुनिक क्रिकेट में टाली जा सकती हैं, बस जरूरत है सही सोच और टाइमिंग की।
अंत में
भारत और इंग्लैंड के बीच की ये सीरीज़ जितनी दिलचस्प रही, उतनी ही सीख देने वाली भी रही। दोस्तो, R अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी जब इतने सटीक पॉइंट्स उठाते हैं, तो उन पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। टीम इंडिया को आगे बढ़ना है तो इन बारीकियों पर काम करना होगा, नहीं तो ऐसे ही ऐतिहासिक मौके फिसलते रहेंगे। उम्मीद करते हैं कि शुबमन गिल और कोचिंग स्टाफ इन बातों से सबक लेंगे और भविष्य में भारत को और मजबूती से मैदान में उतारेंगे।