Childhood Virat: विराट कोहली जब 13-14 साल के थे और दिल्ली की एक एकेडमी में क्रिकेट खेलने जाया करते थे। होटल में उनकी शरारत से पहले यह छोटा सा क्रिरसा बताता हूँ। राजकुमार शर्मा विराट कोहली के कोच थे। उन्हें दिखने लगा था कि विराट कोहली लंबी रेस का घोड़ा हैं। राजकुमार शर्मा को लगा कि अगर विराट कोहली को कोई छोटा-मोटा स्पॉन्सर मिल जाए तो उन्हें ‘किट’ वगैरह की परेशानी कभी नहीं आएगी।
राजकुमार शर्मा विराट को लेकर खेलों का सामान बनाने वाली एक कंपनी के पास ले गए। उन्होंने कंपनी के मालिक से विराट कोहली का परिचय कराया। कोच ने अपने शागिर्द के बारे में खूब जमकर तारीफ की।
लेकिन मालिक को बात समझ नहीं आई। उसने पलट कर कहा कि वो विराट कोहली को स्पॉन्सर नहीं कर पाएँगे क्योंकि उनके साथ सिर्फ 13-14 साल की उम्र में करार करना बहुत लंबे इन्वेस्टमेंट जैसा काम होगा। उस वक्त तक किसी को अंदाज़ा नहीं था कि विराट कोहली उस इन्वेस्टमेंट को बहुत जल्द शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में बदलकर रख देंगे।
जल्द ही विराट ने ‘ए’ डिवीजन लीग क्रिकेट खेला, दिल्ली की अंडर-14 टीम में खेले, रणजी ट्राफी में खेले, अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप में जीत हासिल की और भारतीय टीम में पहुँच गए।
अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत के बाद दिल्ली में जबरदस्त स्वागत
खैर अंडर-19 विश्व कप में भारत की जीत में विराट कोहली का अच्छा ख़ासा योगदान था। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 235 रन बनाए थे। इसमें एक शतक भी था। खैर उस जीत के बाद विराट कोहली जब वापस दिल्ली आए तो उनका जमकर स्वागत हुआ। घर परिवार से लेकर मोहल्ले तक में जमकर जश्न मनाया गया। आने वाले कल के सितारे को अपने बीच देखकर हर कोई खुश था।
मोबाइल से मचा दी रेस्टोरेंट में हलचल
एक रोज़ विराट कोहली ने अपने कोच राजकुमार शर्मा और भाई के साथ राजा गार्डन के एक माल में एक रेस्टोरेंट में डिनर प्लान किया। विराट और उनके भाई का रिश्ता आपस में एक दोस्त की तरह है। कोच राजकुमार शर्मा भी साथ में थे। तीनों लोग रेस्टोरेंट में पहुँच गए। उन्हीं दिनों विराट कोहली ने एक नया मोबाइल ख़रीदा था। उस मोबाइल में कुछ ऐसा ‘फीचर’ था कि आप आसपास चल रही इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों को उस मोबाइल से कंट्रोल कर सकते हैं। बिल्कुल रिमोट कंट्रोल की तरह।

विराट कोहली को शरारत सूझी। उन्होंने अपने भाई और कोच की तरफ़ इशारा किया कि अब देखो क्या होने वाला है। उन्होंने अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही टीवी सेट की आवाज़ को ‘फुल’ कर दिया। रेस्टोरेंट में बैठे और लोगों को इतनी ज़ोर से चल रहे टीवी से शिकायत होनी ही थी। लोगों ने तुरंत होटल स्टाफ से शिकायत की। होटल के लोग भागे-भागे आए और उन्होंने टीवी की आवाज़ धीमी कर दी। इस बीच विराट कोहली ने सूप और स्नैक्स ऑर्डर कर दिए।
उन्होंने देखा कि एक बार फिर जब सभी लोग आराम से अच्छे माहौल में रेस्टोरेंट में बैठे हैं तो उन्होंने फिर से आवाज़ को ‘फुल’ कर दिया। एक बार फिर होटल स्टाफ से शिकायत हुई। फिर वो भागे-भागे आए लेकिन किसी को यह समझ नहीं आ रहा था कि आख़िर टीवी की आवाज़ अपने आप कैसे ‘फुल’ हो जा रही है।
रेस्टोरेंट में कुछ लोग ऐसे भी थे, जो टीवी देख रहे थे। विराट ने इस बार उलटा काम किया, उन्होंने टीवी सेट की आवाज़ बिल्कुल ही बंद कर दी। अब उन लोगों ने हंगामा किया, जो टीवी देख रहे थे। होटल स्टाफ ने टीवी की आवाज़ तो बढ़ा दी लेकिन अब उनके लिए मामला और पेचीदा होता जा रहा था कि आख़िर टीवी को हो क्या गया है।
अपने आप आवाज़ कभी फुल हो रही है और कभी बिल्कुल बंद। विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा और भाई को हँसी आ भी रही थी, लेकिन विराट कोहली बिल्कुल गंभीर बनकर बैठे हुए थे। वो ऐसे दिख रहे थे कि जैसे उन्हें कुछ पता ही नहीं है।
काफ़ी समय तक विराट कोहली यही शरारत करते रहे। इस बीच सूप आ गया, स्नैक्स आ गया। विराट कोहली ने अपनी पेटपूजा भी कर ली, लेकिन रेस्टोरेंट से निकलने से पहले उन्होंने एक और खुराफात की। इस बार उन्होंने अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही टीवी को ऑफ कर दिया।
उस रात रेस्टोरेंट में आए मेहमान और होटल के स्टाफ दोनों के लिए यह समझना मुश्किल था कि अच्छे-भले टीवी सेट को अचानक हो क्या गया है… और विराट कोहली आराम से मुस्कुरा रहे थे।