Dhruv Jurel First Test Century Celebration: भारत और वेस्टइंडीज के बीच अहमदाबाद में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन ध्रुव जुरेल ने अपने करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़कर इतिहास रच दिया। इस लेख में हम बताएंगे कि कैसे जुरेल ने अपनी यादगार पारी से सबका दिल जीत लिया, उनका भावुक सेलिब्रेशन क्यों चर्चा में है, और कैसे उन्होंने यह शतक अपने वीर पिता को समर्पित किया।
पिता को समर्पित ध्रुव जुरेल का पहला टेस्ट शतक
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार पारी खेलते हुए टीम इंडिया के लिए अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। उन्होंने 190 गेंदों में यह सैकड़ा पूरा किया और इसे अपने सैनिक पिता को समर्पित कर सभी को भावुक कर दिया। जुरेल के पिता कारगिल युद्ध के हीरो रहे हैं और बेटे ने उन्हें सैल्यूट कर यह शतक समर्पित किया। यह पल भारतीय ड्रेसिंग रूम ही नहीं, बल्कि पूरे देश के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए गर्व से भर देने वाला था।

शतक के बाद ध्रुव जुरेल का भावुक सेलिब्रेशन
ध्रुव जुरेल का सेलिब्रेशन क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार पलों में शामिल हो गया। शतक पूरा करने के बाद जुरेल ने बल्ले को राइफल की तरह पकड़ा और मैदान पर अपने सैनिक पिता को सैल्यूट किया। इसके बाद उन्होंने हेलमेट उतारा और बल्ला उठाकर आसमान की ओर देखा। उनका यह जश्न देशभक्ति और भावनाओं से भरा हुआ था। सोशल मीडिया पर उनका यह वीडियो आग की तरह वायरल हो गया और फैन्स उन्हें “सच्चा हीरो का बेटा” कहकर सराह रहे हैं।
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ऋषभ पंत की जगह मौका मिला
चोटिल ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल को विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में मौका मिला था। उन्होंने इस मौके को दोनों हाथों से थामते हुए चयनकर्ताओं का भरोसा जीत लिया। जिस आत्मविश्वास और संयम के साथ जुरेल ने अपनी पारी को आगे बढ़ाया, उसने दर्शा दिया कि भारत को भविष्य का भरोसेमंद विकेटकीपर मिल गया है।
A moment to cherish forever! 🥳
— BCCI (@BCCI) October 3, 2025
Special scenes 📹 in Ahmedabad as Dhruv Jurel notches up a maiden Test 💯
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जुरेल की शानदार पारी
ध्रुव जुरेल ने 210 गेंदों का सामना करते हुए 125 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी पारी में 15 चौके और तीन छक्के शामिल थे। शुरुआत में उन्होंने संभलकर खेलते हुए विकेट पर टिके रहना चुना, लेकिन जैसे-जैसे उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया, उन्होंने करारे चौके-छक्के लगाकर विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बना दिया।
देश ने झुककर सलाम किया जुरेल को
ध्रुव जुरेल के इस शतक को लेकर पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है। सोशल मीडिया पर फैन्स, पूर्व क्रिकेटर्स और यहां तक कि आर्मी पर्सनल्स ने भी उन्हें सलाम किया। हर किसी ने इस बात की तारीफ की कि कैसे एक सैनिक का बेटा न सिर्फ क्रिकेट के मैदान में चमका बल्कि अपने पिता के बलिदान को सम्मान भी दिया।
FAQs
प्रश्न 1: ध्रुव जुरेल ने अपना पहला टेस्ट शतक कब बनाया?
उत्तर: ध्रुव जुरेल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपना पहला टेस्ट शतक बनाया।
प्रश्न 2: ध्रुव जुरेल का यह शतक किसे समर्पित था?
उत्तर: ध्रुव जुरेल ने यह शतक अपने सैनिक पिता को समर्पित किया, जो कारगिल युद्ध के हीरो रहे हैं।
प्रश्न 3: ध्रुव जुरेल ने अपनी पारी में कितने रन बनाए?
उत्तर: ध्रुव जुरेल ने 210 गेंदों में 125 रनों की शानदार पारी खेली।
प्रश्न 4: ध्रुव जुरेल के सेलिब्रेशन की चर्चा क्यों हो रही है?
उत्तर: जुरेल ने शतक पूरा करने के बाद बल्ले को राइफल की तरह पकड़कर अपने पिता को सैल्यूट किया, जो हर भारतीय के दिल को छू गया।