Ms Dhoni Brithday: क्रिकेट गलियारों में हलचल मची हुई थी, एक लंबे बाल वाले बल्लेबाज ने भारतीय टीम में एंट्री मारी थी। सुनने में आया था कि पांच लीटर दूध पीने वाला बल्लेबाज लंबे-लंबे छक्के यूं ही मजाक में मार देता है। रांची की तंग गलियों से निकलकर, घरेलू क्रिकेट में सालों तक तपने के बाद एक विकेटकीपर बल्लेबाज क्रिकेट की दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करने आया था। नाम था महेंद्र सिंह धोनी। बात आज इसी विकेटकीपर बल्लेबाज की होगी क्योंकि ये खिलाड़ी माना रहा है आज अपना 44वा जन्मदिन, धोनी ने IPL में कमाल करते हुए सीएसके को 5 ट्रॉफी जिताई है महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में आईसीसी की तीन बड़ी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ICC टी20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 और ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2013 की ट्रॉफी जीत चुकी है. धोनी की कप्तानी में इसके अलावा टीम इंडिया साल 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर-1 बनी थी.
पलटी Ms धोनी की क़िस्मत
23 दिसंबर, साल 2004 यही वो ऐतिहासिक तारीख है, जब माही इंटरनेशनल क्रिकेट की पिच पर पहली बार बल्ला थामकर मैदान पर उतरे थे। करियर की शुरुआत रनआउट के साथ हुई थी और स्कोर बोर्ड पर धोनी के नाम के आगे बड़ा जीरो लिखा गया था। आगाज की तरह ही माही के इंटरनेशनल करियर का अंत भी साल 2019 वर्ल्ड कप में रनआउट के साथ हुआ। हालांकि, इन दो रनआउट के बीच में माही (धोनी) ने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर और तकदीर को पलटकर रख दिया।
अगस्त 2020 में धोनी ने लिया था संन्यास
महेंद्र सिंह धोनी ने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट में अचानक संन्यास की घोषणा कर दी इसके अलावा धोनी ने 2017 में ही वनडे और T20 को इस अंदाज में अलविदा कहा इसके लिए धोनी जाने जाते हैं और अगस्त 2020 में धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया , धोनी भारतीय टीम के लिए आखिरी बार मैच वर्ल्ड कप 2019 में खेलते हुए नजर आए थे। हालांकि अब वह IPL में सीएसके के लिए खेल रहे है।
Ms Dhoni Brithday : धोनी से जुड़े कुछ अनसुने किस्से
वैसे तो एस धोनी के कई किस्से हैं जिन किस्तों को आप लोगों ने जरूर सुन रखा होगा लेकिन आज धोनी के इस जन्मदिन पर हम आपको कुछ ऐसे मजेदार किस्से बताएंगे जो शायद आपने अभी तक ना ही पढ़ा हो।
- क्रिकेट नहीं फुटबॉल रही पहली पसंद
धोनी का पहला प्यार क्रिकेट नहीं था। स्कूल के दिनों में वो फुटबॉल टीम के गोलकीपर थे, लेकिन एक दिन उनके स्पोर्ट्स टीचर ने उन्हें कहा- क्रिकेट टीम को विकेटकीपर चाहिए, ट्राय करोगे? और बस… वहीं से शुरू हुआ सफर, जो वर्ल्ड कप ट्रॉफी तक जा पहुंचा ,और फुटबॉल को छोड़ कर क्रिकेट को अपनाया। - सचिन तेंदुलकर थे पहले गुरू
Ms धोनी (MS Dhoni Birthday) हमेशा कहते हैं कि उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया सचिन तेंदुलकर को देखकर। जब माही बचपन में क्रिकेट खेलते थे तो वह सचिन का पोस्टर बाजार से खरीदकर अपने घर की दीवार पर लगाते थे। जिसके माही को पापा से काफी डाट खानी पड़ती थी।
एक दिन की बात है जब विदेश में सचिन जब मैच खेल रहे होते थे तो उन्हें देखने के लिए वह सुबह जल्दी उठ जाते थे और सचिन अगर आउट हो जाएं तो वह फिर मैच नहीं देखते थे और सो जाते थे। उनके बचपन का सपना था कि वह सचिन जैसे छक्के मारे। - बाइक लवर हैं माही
जब धोनी को सबसे पहले इंटनशिप से पैसे मिले थे तो उन्होंने सबसे पहले सेकंड हैंड बाइक खरीदी थी। आज माही के पास 50 से ज्यादा बाइक्स हैं। रांची में उनका एक बाइक म्यूजियम है। जब भी खाली समय मिलता है, वो अपनी गाड़ियों को खुद साफ करते हैं। - जब साइकल से पहुंचे थे स्टेडियम
रांची में एक बार ट्रैफिक जाम की वजह से धोनी (MS Dhoni Captain Cool) अपनी बाइक या कार से स्टेडियम नहीं पहुंच पाए। तो उन्होंने पास से एक साइकल ली और पेडल करते-करते नैट प्रैक्टिस के लिए पहुंच गए।